आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शुरुआत हो गयी आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शु...
शब्दों का मेल है शब्दों का खेल है, एक से एक मिल जाए शब्द का बेजोड़ है। कभी सफेद ब शब्दों का मेल है शब्दों का खेल है, एक से एक मिल जाए शब्द का बेजोड़ है। ...
अब तो नींदों में भी तुम आने लगी हो, इसलिए हम अपनी निंदो को भी खोए जा रहे हैं। अब तो नींदों में भी तुम आने लगी हो, इसलिए हम अपनी निंदो को भी खोए जा रहे हैं।
धड़कनों की आवाज़ भी अब सुनाई नहीं देती इस दिल में तेरे बगैर उन हसीन लम्हों को दिल में कहाँ छुपायेंग... धड़कनों की आवाज़ भी अब सुनाई नहीं देती इस दिल में तेरे बगैर उन हसीन लम्हों को द...
हाँ, कह सकती हूं मैं तब तक तुझ को देखा भी नहीं पर जब हुआ सामना तेरे अक्स से हाँ, कह सकती हूं मैं तब तक तुझ को देखा भी नहीं पर जब हुआ सामना तेरे अ...
तुझे दोस्त मानकर लिखे बेख़ौफ और बेनाम लिखे थे कुछ अनसुनी फ़रियाद थी तुझे दोस्त मानकर लिखे बेख़ौफ और बेनाम लिखे थे कुछ अनसुनी फ़रियाद थी